एक पिता का प्यार अपनी बेटी के लिए:-
मेरा बेटा तब तक मेरा है जब तक उसकी शादी न हो जाती और मेरी बेटी तब तक मेरी है जब तक मेरी मौत न हो जाती। पिता के लिए उसकी बेटी जितनी खास,जितनी स्पेशल होती है,उतना ही बेटी के लिए पिता भी खास होते हैं। दोनों के बीच की प्यार का कोई सीमा नहीं है। बेटी के पैदा होने से लेकर शादी करके उसकी विदाई करने तक एक पिता जितनी यादें बेटी के साथ बनाता है, उस हर एक लम्हे को याद करके वह आंसू भी बहाता है।इसीलिए किसी ने कहा है की हर व्यक्ति के 100 भाग्य होते है । पर उन 100 भाग्यों में से जब 1 भाग्य अच्छा होता है तब उन के घर पर 'लड़के' का जन्म होता है और जब 100 के 100 भाग्य अच्छे होते तब उन के घर पर 'लड़की' का जन्म होता है ।इसीलिए ऐसा कहा जाता है की, लड़का तो 'भाग्य' से होता है लेकिन लड़की 'सौभाग्य' से होती है । बेटी है तो कल है पराया धन होकर भी कभी पराई नही होती। शायद इसीलिए किसी बाप से हंसकर बेटी की, विदाई नही होती।"
***"हर बेटी के भाग्य में पिता होता है,पर हर पिता के भाग्य में, बेटी नही होती"***
2 comments:
बहुत सुंदर sir जी।
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