Sunday 24 March 2013

जीवन के मन्त्र !!

पत्नी दिन-रात एक करके पति  को ईमानदारी और समर्पण से संभालती है पत्नी की  पसंद-नपसंद का ख्याल रखना, उसे खुश रखना पति का कर्तव्य है।
जब भी पत्नी   कुछ बात कर रही हो तो  पति  कितने भी व्यस्त क्यों न हों,  कुछ काम छोड़ उसकी बातो को  ध्यान से सुनें। पत्नी -पति  का ध्यान चाहती है। लेकिन पति -पत्नी की बात पर ध्यान देने की बजाय टीवी देखने में मग्न या किसी अन्य काम में डूबे रहते हैं। इससे पत्नी को महसूस होता है कि  पति उसकी परवाह नहीं करते हैं।

** इसलिए चाहिए की पति क्या करे और क्या न करे !!

1. ऑफिस से घर आकर पत्नी  पूछें कि आपका  दिन कैसे बीता और  क्या किया ताकि उन्हें लगे कि पति को उनकी  फिक्र रहती है।
2. ऑफिस से लौटने में देर हो सकती है तो पत्नी को  जरूर फोन कर दें ताकि वह चिंता न करती रहे।
3. सप्ताह में कम से कम एक बार उसे बाहर घुमाने ले जायें।
4. समय-समय पर पत्नी  को छोटे-छोटे उपहार देते रहें।
5. पत्नी  की जन्म दिन  कभी न भूलें।
6. परिवार वालो  को महत्ता दें पर पत्नी की उपेक्षा न करें। दोनों के बीच एक संतुलन बनाए रखें।
7.  रिश्ते में थोड़ी-बहुत तकरार होती है। तकरार के समय को  समझदारी से निपटें ताकि तकरार इकरार बन जाए।
***** वैवाहिक जीवन में एक -दूसरे को समझने की बहुत आवश्यकता होती है इसलिए सहन करना, माफ करना, भूल जाना और क्रोधित न होना ही जीवन को अच्छा  बनता है *****

Saturday 9 March 2013

प्यार जिंदगी है

प्यार जिंदगी है
मै भी किया बचपन से ले कर आज तक प्यार, पता है प्यार अँधा होता है ,एक  माँ  अपने बेटे से  करती है और फिर वही बेटा  अपनी  पत्नी से,फिर वही पत्नी उसके बेटे से...बड़ा अजीब लगता है  सुनने में,  प्यार क्या होता है?  जिसे प्यार करो उसकी फ़िक्र  होती है, उसकी चिंता होती है , उसकी बहुत याद आती है  ,प्यार को तो महसूस किया  जाता है , प्यार कभी भी एक तरफ प्यार नही होता ,सामने वाला भी आपसे उमीद करता की आप भी बदले में उसे तोड़ा बहुत प्यार दे, उसकी भावनाओ की काद्रा करे , उसे समझे , उसके साथ हर सुख और दुख बाटे ,जिंदगी में  उसका साथ दे ,एक दूसरे के लए जीने का मक़सद बने ,एक दूसरे के हम सफ़र बने ,
जब दो दिल आपस मे मिलते है तो  जिंदगी बहुत अच्छी लगने लगती है, सफलता  कदम चूमने लगते  है,एक दूसरे के लए प्रेरणा स्त्रोत  बनते हैं ये होता है सच्चा प्यार..

***किसी  से इतना प्यार या  दिल नही लगाना चाहिए की , उसके बिना जी ना सके और  जिंदगी बेकार हो जाए, ***


लेकिन  आज क्या हो रहा है एक दुसरे पर सक करते है और रिश्ता सिर्फ मतलब के लिए रहा जाता है ???

Monday 18 February 2013

प्यार

यह प्यार ऐसी चीज है जो कभी भी हो जाता है. प्यार की इसी बिमारी की वजह से  इसे सबसे खराब मर्ज कहते हैं. यह प्यार दर्द देता है तो दवा भी खुद ही करता है. बड़ा अजीब है ना. लेकिन क्या करें प्यार एक ऐसी बिमारी है जिससे सभी दूर तो रहना चाहते हैं लेकिन ऐसा कोई नहीं है जो इस बिमारी में पड़ना भी नहीं चाहता. सभी जानते हैं कि यह आग का दरिया है लेकिन इस आग के दरिए में भी सभी नंगे पांव ही चलना चाहते हैं.


 यह प्यार कभी कहीं भी हो सकता है तो इसलिए जरूरी है कि इस प्यार को महसूस किया जाए. कभी स्कूल के समय में प्यार हुआ है, या फिर ट्यूश्न में किसी लड़की पर क्रश हुआ है. कई बार ऐसा होता है कि हमें प्यार तो हो जाता है लेकिन हम उस प्यार को पहचान नहीं पाते.


वह शुरूआत है जो इंसान को एक लंबे समय तक उसके दिल में सुखद  अहसास की तरह रहती है. कई बार   कह पाते हैं कि उन्हें किससे प्यार है लेकिन बहुत से लोग नहीं कह पाते.

 स्कूल में प्यार: अक्सर दुनिया के 90 प्रतिशत प्यार के बीज स्कूलों में ही फूटते हैं. वैसे स्कूल में होने वाला प्यार बहुत हद तक मात्र आकर्षण का नाम होता है लेकिन एक बात याद रखिए कि यही प्यार है जो बिना किसी स्वार्थ के होता है.
ट्यूशन में प्यार: ट्यूशन में यूं तो लोग एक्सट्रा पढ़ाई के लिए जाते हैं लेकिन इस एक्सट्रा के अंदर एक अहम चीज प्यार भी ना जानें कब जुड जाती है पता ही नहीं चलता. ट्यूशन में आने वाली लड़की के घर का पता लगाना उसका फोन नंबर पता करना आदि ऐसी निशानियां हैं
राह चलते दिखे जब कोई: राह चलते  ना जानें कितने चेहरों को देखते हैं इनमें से बहुत कम ही होते हैं जिनकी परछाई हमारे दिमाग में बैठ जाती है. दिल में बार बार यह आवाज उठती है कि काश किसी तरह किसी बहाने इससे बात हो जाए.

Tuesday 22 January 2013

जीवन का सच

जीवन एक प्यारा बंधन है । हमने अक्सर देखा है की लोग बहुत जल्दी ही मुस्किलो से हार जाते है । अगर जीवन में मुस्किल न हो तो जीवन  किस काम का आख़िर जिन्दगी का असली मजा तो तभी आता है जब हम मुस्किलो का सामना करते हुए आगे बढ़ते है । कितने प्यार से भगवान ने इस संसार को बनाया फिर उसने हम  लोगो बनाया , प्यार  सबसे अच्छा रिश्ता  है जो  समस्त मानवजाति को जोड़े रखा है

दोस्त और  दुश्मन को कभी विस्वास दिलाने की ज़रूरत नही होती है

क्योंकि दुश्मन कभी यकीन नही करेगा, और दोस्त कभी शक नही करेगा

 जब में किसी को दुखी देखता हूँ  तो मुझे बहुत दुःख होता की आख़िर कोई दुखी क्योँ होता है आख़िर दुखी होने से क्या हमें हमारे प्रश्नों  का उत्तर मिल जाता है । जबकि हम जानते है की हर प्रसन का उत्तर होता है ।