Friday 23 December 2011

थोड़ी देर में


सच्चा प्रेम व्यक्ति को बहुत मुश्किल से मिलता है लेकिन अगर किसी के जीवन में सच्चे प्रेमी का अगमन हो जाता है तो इससे बेहतर और कुछ नहीं है लेकिन वर्तमान हालातों में सच्चा प्रेम जैसी परिस्थितियां बन पाना थोड़ा कठिन हो गया है देखा जाता है कि युवा अपने आकर्षण को ही प्रेम संबंध मानकर साथ जीने-मरने की कसमें खा लेते हैं कुछ समय तो सब कुछ ठीक चलता है लेकिन बाद में सुनहरे सपने बेमानी लगने लगते हैं. जैसे-जैसे आकर्षण समाप्त होने लगता है या कोई बेहतर विकल्प दिखाई देता है तो दोनों में से एक अपने संबंध के प्रति लापरवाह हो जाता है इसके पीछे उसका उद्देश्य जल्दी से जल्दी संबंध और साथी से छुटकारा पाना होता है.

संबंध को समाप्त करने से पहले वह एक बार भी दूसरे के विषय में नहीं सोचता है लेकिन अपने संबंध को लेकर जो व्यक्ति सच में प्रेम करता है वह कभी संबंध विच्छेद को सहन नहीं कर पाता और उसके समीप रहने का हर संभव प्रयत्न करता है.

No comments: